टीम इंडिया को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का महत्वपूर्ण योगदान रहा. धोनी की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने 3 वर्ल्ड कप के खिताब अपने नाम किए. धोनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का पहला शतक 2005 में पाकिस्तान के विरुद्ध लगाया था. उन्होंने यह कारनामा तकरीबन 17 साल पहले किया था.
5 अप्रैल, 2005 को भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय किया था. इस मैच में धोनी तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे. जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया और अपने करियर का पहला शतक भी लगाया.
मैच की शुरुआत में ही चौथे ओवर में सचिन तेंदुलकर आउट हो गए थे. जिसके बाद गांगुली ने धोनी को भेजा. इस मैच में धोनी ने 123 गेंदों पर 148 रनों की तूफानी पारी खेली थी. इस दौरान उन्होंने 15 चौके और 4 छक्के भी लगाए. दूसरे विकेट के लिए धोनी और वीरेंद्र सहवाग के बीच 96 रनों की तूफानी साझेदारी हुई थी.
धोनी ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक केवल 88 गेंदों में ही पूरा कर दिया था. धोनी के शानदार शतक की बदौलत भारतीय टीम ने 9 विकेट के नुकसान पर 356 रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम 298 रनों पर ही ढेर हो गई थी. इस मैच को टीम इंडिया ने 58 रनों से जीत लिया था.