विश्व क्रिकेट में एक से बढ़कर एक बेहतरीन कप्तान हुए, जिन्होंने बतौर कप्तान अपनी टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. आपने देखा होगा कि जब भी कप्तान मैच के दौरान उपस्थित नहीं होता है तो उपकप्तान को जिम्मेदारी सौंपी जाती है. वहीं कप्तान की पूरी जिम्मेदारी निभाता है. आज हम आपको ऐसे ही कप्तान और उपकप्तान की जोड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने दम पर सफलता के झंडे गाड़े.
सौरव गांगुली-राहुल द्रविड़
सौरव गांगुली ने टीम इंडिया की कमान संभाली थी, तब भारतीय टीम में कुछ भी अच्छा नहीं था. अपने दम पर गांगुली ने टीम में कई युवा खिलाड़ियों को शामिल किया और भारत को खिताब भी जिताया. गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने कई विदेशी दौरों पर अच्छा प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की. इस दौरान भारतीय टीम के पूर्व उपकप्तान राहुल द्रविड़ ने अपनी जिम्मेदारी निभाई. राहुल द्रविड़ ने विकेट के पीछे भी अपनी जिम्मेदारी निभाई
एलेस्टेयर कुक - एंड्रयू स्ट्रॉस
सालों तक इंग्लैंड की ओर से एंड्रयू स्ट्रॉस ने कप्तानी की. 2009 में एंड्रयू स्ट्रॉस की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलिया पर जीत हासिल की थी. 2011 में स्ट्रॉस ने अपनी कप्तनी में टीम को 24 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की धरती पर ऑस्ट्रेलिया को ही हरा कर इतिहास रचा था. उस दौरान स्ट्रॉस के डिप्टी के रूप मे एलेस्टेयर कुक ने उनका बढ़-चढ़ कर साथ दिया और टीम के सफलता में अपना बखूबी योगदान दिया.
मार्क टेलर-स्टीव वॉ
ऑस्ट्रेलिया इतिहास के दो सबसे शानदार कप्तान स्टीव वॉ और मार्क टेलर ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की नींव रखी. मार्क टेलर ने स्टीव वॉ का हर कदम पर साथ दिया. दोनों ने अपने शानदार प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को ऩई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.
एम एस धोनी-विराट कोहली
एम एस धोनी की गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में की जाती है. धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने 3 आईसीसी के खिताब भी जीते. इस दौरान विराट कोहली ने बतौर उपकप्तान धोनी का खूब साथ निभाया.