Sep 18, 2022, 10:22 IST

क्रिकेट इतिहास के वो 5 सबसे बड़े विवाद, जिन्हें जानकर फैंस भी रह गए हैरान

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क्रिकेट का खेल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में काफी पसंद किया जाता है. अक्सर क्रिकेट फैंस मैदान पर होने वाली घटनाओं का बाद में जिक्र करते हुए नजर आते हैं.  हालांकि कई बार फैंस क्रिकेट से जुड़े विवादों को लेकर भी काफी चर्चा करते हैं. क्रिकेट के खेल में भी कई ऐसे विवाद हुए जिन्हें जानकर फैंस को भी काफी हैरानी हुई. 

1879 का सिडनी दंगा 

क्रिकेट इतिहास में साल 1879 में हुए सिडनी दंगा अब तक का सबसे बड़ा विवाद है. सिडनी में इंग्लिश टीम और न्यू साउथ वेल्स के बीच खेले गए एक मैच के दौरान अंपायर ने विवादित निर्णय लिया था. उन्होंने न्यू साउथ वेल्स के बल्लेबाज को विवादित रूप से आउट दिया था. जिसके बाद दर्शक काफी गुस्सा करने लगे और मैदान पर उतर आए. साथ ही उन्होंने फील्डिंग कर रहे इंग्लिश खिलाड़ियों और अंपायर को भी काफी परेशान किया. 

2006 का ओवल टेस्ट विवाद 

साल 2006 में इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट मैच के दौरान काफी विवाद हुआ था. टेस्ट मैच के चौथे दिन अंपायर डेरेल हेयर ने पाकिस्तानी टीम पर गेंद से छेड़खानी का आरोप लगाया था. जिसके बाद अंपायर ने इंग्लैंड को 5 रन एक्स्ट्रा दिए थे. पाकिस्तानी टीम ने इसका काफी विरोध किया और चाय काल के बाद मैदान पर खेलने से मना कर दिया. जिसके बाद अंपायर ने मैच को फॉरफीटेड घोषित कर दिया और इंग्लैंड को विजेता करार दिया गया. यह क्रिकेट इतिहास का एक मात्र फॉरफीटेड टेस्ट मैच है.

श्रीलंका पर हुआ आतंकी हमला 

2009 में पाकिस्तानी दौरे पर गई श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकवादी हमला हुआ था. मैच के दिन सुबह-सुबह श्रीलंका क्रिकेट टीम अपने होटल से गद्दाफी स्टेडियम के लिए जा रही थी. इसी बीच स्टेडियम के पास करीब 12 हथियार से लैस आतंकवादियों ने श्रीलंका की टीम के खिलाड़ियों पर हमला कर दिया था. जिसमें 6 श्रीलंकाई खिलाड़ी गंभीर रूप से चोटिल हुए थे. जिसके बाद कई सालों तक पाकिस्तान में विदेशी टीमों ने दौरा नहीं किया.

2010 का स्पॉट फिक्सिंग विवाद 

साल 2010 में पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी. तब पाक कप्तान सलमान बट्ट, आसिफ और आमिर को स्पॉट फिक्सिंग के मामले में दोषी पाया गया था और तीनों पर बैन लगा दिया गया था और उन्हें जेल भी हुई थी. 

सौरव गांगुली और ग्रेग चैपल का विवाद 

साल 2003 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्रेग चैपल और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की पहली मुलाकात हुई थी. इस दौरान चैपल ने गांगुली को कुछ टिप्स दिए जिनकी मदद से टीम इंडिया ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज और तीन देशों की एकदिवसीय शृंखला में शानदार प्रदर्शन किया. फिर बाद में कोच जॉन राइट के जाने के बाद कोच चुनने की बात आई तो ग्रेग चैपल गांगुली की पहली पसंद रहे थे. हालांकि कई लोगों को कोच पद के लिए चैपल बिल्कुल भी पसंद नहीं थे. लेकिन गांगुली की जिद के आगे सभी को झुकना पड़ा और चैपल को टीम इंडिया का कोच बनाया गया. लेकिन हेड कोच बनने के बाद गांगुली और चैपल के बीच काफी मतभेद होने लगे. चैपल गांगुली को टीम से बाहर का रास्ता दिखाना चाहते थे. चैपल ने बीसीसीआई को मेल भी लिखा था कि गांगुली ने टीम के खिलाड़ियों का भरोसा खो दिया है. उन्होंने गांगुली पर झूठे आरोप भी लगाए थे. हालांकि मेल लीक होने के बाद पूरे देश में लोग सड़क पर आ गए थे और उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया था. जिसके बाद चैपल को टीम इंडिया के कोच के पद से हटा दिया गया.
 

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