Updated: Aug 19, 2022, 13:38 IST

जब कप्तान के फैसले के चलते बड़ी पारी खेलने से चूक गए खिलाड़ी, किसी का शतक तो किसी का दोहरा शतक नहीं....

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क्रिकेट का मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है. दोनों टीमों के कप्तानों के ऊपर अपनी-अपनी टीम के लिए फैसले लेने की जिम्मेदारी होती है. कप्तान के फैसले के आगे खिलाड़ी भी कुछ नहीं कर सकते. ऐसा कई बार हुआ है जब कप्तान के फैसले के चलते खिलाड़ी बड़ी पारी खेलने से चूक गए. किसी का शतक तो किसी का दोहरा शतक अधूरा रह गया.

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रविंद्र जडेजा 
श्रीलंका के खिलाफ मार्च 2022 में मोहाली में खेले गए टेस्ट मैच की पहली पारी में रविंद्र जडेजा 175 रन पर नाबाद खेल रहे थे. लेकिन रोहित ने 8 विकेट पर 574 रन के स्कोर पर पारी घोषित कर दी. जडेजा को अपना दोहरा शतक पूरा करने के लिए 25 रन की जरूरत थी. लेकिन कप्तान के फैसले के चलते वह ऐसा नहीं कर सके.
सचिन तेंदुलकर 
सचिन तेंदुलकर के साथ भी ऐसा हुआ था. मार्च 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में खेले गए मैच में सचिन 194 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. वह दोहरा शतक पूरा ही करने वाले थे. लेकिन उससे पहले तत्कालीन कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी, जिस वजह से द्रविड़ की जमकर आलोचना हुई थी. ऐसा भी कहा जाता है कि इस वजह से काफी लंबे समय तक सचिन ने द्रविड़ से बात नहीं की थी.
ग्रीम हिक 
इंग्लैंड के बल्लेबाज ग्रीम हिक के साथ भी ऐसा ही हुआ था. जनवरी 1995 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच सिडनी में टेस्ट मैच खेला जा रहा था. इस मुकाबले में ग्रीन हिक 98 रन पर खेल रहे थे और शतक पूरा करने से 2 रन दूर थे. लेकिन कप्तान माइकल अर्थटन ने पारी घोषित कर दी थी, जिस वजह से वह शतक पूरा नहीं कर पाए. इस मैच के बाद ग्रीम हिक ने लंबे समय तक अर्थटन से बात नहीं की थी.

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